राजस्थान करेंट अफेयर्स वीकली (28 सितम्बर—5 अक्टूबर)
प्रत्येक माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान
इस माह से राजस्थान में प्रत्येक माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान आयोजित किया जाएगा। राजस्थान में अनुमानतः 19 लाख 60 हजार महिलाएं प्रत्येक वर्ष गर्भवती होती है। इनमें से 10 प्रतिशत (अनुमानतः 1.9 लाख) केसेज में जटिलताएं उत्पन्न होने की संभावना होती है। इन 1.9 लाख एएनसी में से 80 प्रतिशत प्रसूताओं को प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा समय पर पहचान कर उनका प्रबंधन किया जा सकता है जबकि शेष 20 प्रतिशत महिलाओंं को सी-सेक्शन एवं अन्य प्रसूति जटिलता प्रबंधन हेतु स्त्री रोग विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है। राजस्थान में 9 जून 2016 से राजस्थान में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का शुभारंभ किया गया। अगस्त 2016 तक 34 जिलो के 7 हजार 607 चिकित्सा संस्थानों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान आयोजित कर 1 लाख 81 हजार गर्भवती महिलाओं को लाभांवित किया गया।
राजस्थान में इन्ट्रा स्टेट हवाई सेवा का शुभारम्भ
राज्य के महत्वपूर्ण शहरों के मध्य एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के उद्देश्य से जयपुर से जोधपुर तथा उदयपुर के बीच इन्ट्रा स्टेट हवाई सेवा का शुभारम्भ किया। बीकानेर एवं कोटा को भी शीघ्र ही हवाई सेवाओं से जोड़ा जाएगा। जयपुर से जोधपुर के बीच सुप्रीम एयरलाइन्स की पहली 9 सीटर उड़ान को स्टेट हैंगर से रवाना हुई। इसके अलावा स्कूट एयरलाइन्स के जरिए राजस्थान हवाई सेवा के माध्यम से सिंगापुर से जुड़ा है। इन्ट्रा स्टेट हवाई सेवाओं में सुप्रीम एयर लाइन्स द्वारा 9 सीटर सैसना केरावेन-सी 208 बी विमान की उड़ानें सप्ताह में 6 दिन संचालित की जायेंगी। दोनों ही गन्तव्यों के लिए उड़ानों का न्यूनतम किराया 3 हजार 499 रुपये रखा गया है। इन्ट्रा स्टेट एयर कनेक्टिविटी शुरू होने से प्रदेश में पर्यटन, हेरिटेज एवं व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा। दूरदराज के विश्वस्तरीय पर्यटन, धार्मिक, ऎतिहासिक एवं हैरिटेज की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों को इसका लाभ मिलेगा।
'डॉटर्स आर प्रीसियस' अभियान का शुभारंभ
बेटियों को बचाने के लिए राजस्थान में ‘डॉटर्स आर प्रीसियस’ अभियान का शुभारंभ किया गया। ‘डॉटर्स आर प्रीसियस’ अभियान का मुख्य उद्देश्य बेटी बचाओ अभियान जैसे संवेदनशील मुद्दे से अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ना है। प्रदेश में वर्ष 2001 में लिंगानुपात 921 था जोकि अब बढ़कर 2011 में 926 हुआ है।
गुजरात के बाद अब राजस्थान में भी मिलेगा सिर्फ फोर्टीफाइड खाद्य तेल
राजस्थान देश में स्वैच्छिक खाद्य तेल फोर्टीफिकेशन के मामले में गुजरात के बाद अब दूसरा प्रदेश हो गया है। मुख्यमंत्री की बज़ट घोषणा के अनुसार राज्य में कुपोषण के प्रभाव को कम करने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से विटामिन ए एवं डी युक्त फोर्टीफाइड खाद्य तेलों की आपूर्ति की जानी प्रस्तावित थी। प्रदेश में ही विक्रय करने वाली सभी 183 खाद्य तेल मिल एवं रिपैकर्स इकाइयों द्वारा खाद्य तेल का विटामिन ए व डी युक्त फोर्टीफाईड खाद्य तेल की बिक्री प्रारंभ कर दी गई है। राजस्थान में इनके अतिरिक्त कुल 5 खाद्य तेल मिलें ऎसी हैं जिनके द्वारा मूंगफली एवं तिल के तेल का नवंबर से मार्च माह में सीजनल उत्पादन किया जाता हैं। इन मिलों द्वारा भी फोर्टीफिकेशन हेतु पूर्ण तैयारी की जा चुकी है एवं इनके द्वारा नवंबर माह से फोर्टीफाईड खाद्य तेल का उत्पादन प्रारंभ कर दिया जायेगा।
प्रथम चरण में लक्षित 5000 अन्नपूर्णा भण्डार का लक्ष्य अर्जित
प्रथम चरण में लक्षित 5000 अन्नपूर्णा भण्डार का लक्ष्य अर्जित हो गया है। उल्लेखनीय है कि पूरे देश में एक मात्र राजस्थान राज्य में नवाचार के रूप में सार्वजनिक एवं निजी सहभागिता के अन्तर्गत सार्वजनिक वितरण प्रणाली के आधुनिकीकरण की अनूठी व बेहतरीन अन्नपूर्णा भण्डार योजना की शुरुआत की थी। योजनान्तर्गत 5000 उचित मूल्य दुकानों पर ‘‘अन्न्पूर्णा भण्डार’’ ने रुरल माल के रुप में अनोखी पहचान बनाई हैंं।
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