State Annual Budget 2016-17 Speech (Main Points on Road Infrastructure)
State Annual Budget 2016-17 Speech (Main Points on Road Infrastructure)
राज्य बजट 2016—17 का भाषण मुख्य बिन्दु (सड़क)
सड़क:
- राज्य में ग्रामीण सड़क तंत्र व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दृष्टि से गत वर्ष में ग्रामीण गौरव पथ योजना प्रारंभ की गयी। थी। प्रथम चरण में 1 हजार 984 पंचायत मुख्यालयों पर 1 हजार 27 करोड़ रुपये की लागत से 1 हजार 955 किलोमीटर लंबाई के ग्रामीण गौरव पथ का निर्माण कार्य जून, 2016 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
- साथ ही 608 करोड़ रुपये की लागत से 2 हजार 182 किलोमीटर लंबाई की 1 हजार 9 मिसिंग लिंक सड़कों का निर्माण कार्य आगामी वर्ष में पूर्ण किया जायेगा। द्वितीय चरण के तहत आगामी वर्ष में 2 हजार और ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर ग्रामीण गौरव पथ एवं मिसिंग लिंक सड़कों के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जायेगा।
- आगामी दो वर्षों में प्रधानमंत्राी ग्राम सड़क योजना के तहत 250 से 350 तक की आबादी की 1 हजार 468 बसावटों को 1 हजार 618 करोड़ 64 लाख रुपये की लागत से 4 हजार 303 किलोमीटर लंबाई की सड़कों से जोड़ने का कार्य किया जायेगा।
- प्रदेश में वर्तमान में कराये जा रहे 2 हजार 702 किलोमीटर लंबाई की non-patch able मुख्य जिला सड़कों, अन्य जिला सड़कों व ग्रामीण सड़कों के सुदृढ़ीकरण व नवीनीकरण के कार्य तथा 99 पुलिया के निर्माण कार्य 605 करोड़ रुपये की लागत से आगामी वर्ष में पूर्ण कर लिये जायेंगे। साथ ही वर्ष 2016-17 में 2 हजार 500 किलोमीटर लंबाई से अधिक की अन्य non-patch able सड़कों के नवीनीकरण का कार्य 600 करोड़ रुपये की लागत से करवाया जायेगा।
- प्रदेश में वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार 250 से 499 तक की आबादी के गाँवों को सड़क से जोड़ने की योजना के तहत जनवरी, 2016 तक 2 हजार 71 किलोमीटर लंबाई की सड़कों का निर्माण कर 934 गाँवों को जोड़ा जा चुका है एवं 85 गाँवों को और जोड़ने का कार्य प्रगति पर है। शेष 37 गाँवों को नवीन तकनीक के आधार पर जोड़ने का कार्य भी आगामी वर्ष में पूर्ण कर लिया जायेगा। इस योजना पर आगामी वर्ष में 142 करोड़ 85 लाख रुपये का प्रावधान किया जाना प्रस्तावित है।
- भरतपुर में गोवर्धन व बृज 84 कोस की परिक्रमा का मार्ग सही नहीं होने के कारण श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस मार्ग पर आवागमन को सुगम बनाने एवं यात्रियों को विविध सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु 103 करोड़ 94 लाख रुपये का प्रावधान किया जाना प्रस्तावित है।
- रामदेवरा पश्चिमी राजस्थान में श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है। पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं के लिए जोधपुर से रामदेवरा तक कच्चा मार्ग बनाये जाने के लिए सभी वर्गों द्वारा माँग की जा रही है। अतः जोधपुर से रामदेवरा तक 14 करोड़ 64 लाख रुपये की लागत से 4 मीटर चैड़ाई का कच्चा मार्ग बनाया जायेगा।
- राज्य में dedicated freight corridor के तहत 337 करोड़ रुपये की लागत से निम्न 10 Rail over Bridges (RoBs) के निर्माण कार्य प्रारंभ किये जायेंगेः-
- जैतपुर-खोड़-जवाली सड़क, जिला पाली पर एलसी नम्बर 70
- चानोद-केनपुरा-रानी सड़क, जिला पाली पर एलसी नम्बर 74
- जवाई बाँध-बलवाना-बीसलपुर सड़क, जिला पाली पर एलसी नम्बर 88
- शाहपुरा-चिड़ावा सड़क, जिला सीकर पर एलसी नम्बर 72 एवं एलसी नम्बर 85
- श्रीमाधोपुर, जिला सीकर में एलसी नम्बर 102
- बैराज बंधे के बालाजी-फुलेरा सड़क, जिला जयपुर पर एलसी नम्बर 249
- दूदू सांभर सड़क, जिला जयपुर पर एलसी नम्बर 5
- सिरोही से बनास जे.के. फैक्ट्री, जिला सिरोही पर एलसी नम्बर 108
- इसके अतिरिक्त 761 करोड़ रुपये की लागत से निम्न 19 अन्य RoBs एवं 2 RuBs का निर्माण कार्य भी प्रारंभ किया जायेगाः-
- नसीराबाद-मांगलियावास, जिला अजमेर में एलसी नम्बर 18 - नेशनल हाईवे 79 II से स्वरूपगंज, जिला भीलवाड़ा एलसी नम्बर 72
- राज्य राजमार्ग, जिला उदयपुर में एलसी नम्बर 43 x
- खानभांखरी दौसा-कुण्डल सड़क, जिला दौसा में एलसी नम्बर 156
- धौली गुमटी फाटक, जिला दौसा में एलसी नम्बर 175
- जेठी वाली फाटक, जिला जयपुर एलसी नम्बर 206
- जालौर-बाकरा राज्य राजमार्ग, जिला जालौर में एलसी नम्बर 56
- भीनमाल रानीवाड़ा राज्य राजमार्ग, जिला जालौर में एलसी नम्बर 109
- राज्य राजमार्ग, जिला भरतपुर में एलसी नम्बर 214 एवं एलसी नम्बर 219
- मुख्य जिला सड़क, जिला बूंदी में एलसी नम्बर 136
- मुख्य जिला सड़क, जिला झालावाड़ में एलसी नम्बर 32
- फुलेरा-मेड़ता सड़क, जिला जयपुर एलसी नम्बर 1
- सवाईमाधोपुर-जयपुर सड़क, जिला जयपुर एलसी नम्बर 70
- रेवाड़ी-रींगस-फुलेरा सड़क, जिला जयपुर एलसी नम्बर 142
- हनुमानगढ़-लोहारू सड़क, जिला हनुमानगढ़ एलसी नम्बर 265
- मथुरा-अलवर सड़क, जिला अलवर एलसी नम्बर 95
- कोटा-रूथियाल सड़क, जिला कोटा एलसी नम्बर 38
- कोटा-मथुरा सड़क, जिला बूँदी एलसी नम्बर 116
- डाबला-आंसलू, जिला चूरू 275 किलोमीटर पर
- सातड़ा-जुहारपुरा-सहनाली छोटी, जिला चूरू 298 किलोमीटर पर
- राज्य के ऐसे आबादी क्षेत्रा जहाँ से राजमार्ग गुजरते हैं, के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा नया बाईपास बनाया जाता है, तब आबादी क्षेत्रा से निकलने वाले पूर्व में निर्मित राजमार्गों का समुचित रख-रखाव नहीं हो पाता है। पूर्व में निर्मित ऐसे राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत का कार्य 300 करोड़ रुपये की लागत से करवाये जाने की घोषणा ।
- केन्द्र सरकार ने इस वर्ष राज्य में 4 नये राष्ट्रीय राजमार्गों की घोषणा की है, जो कि निम्नानुसार हैंः-
- राष्ट्रीय राजमार्ग-48 दूदू के समीप से नरेणा-सांभर-नारायणपुरा-कुचामनसिटी-बुदसु एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप छोटी खाटू
- मंदसौर-प्रतापगढ़-धरियाबाद-सलूंबर एवं राष्ट्रीय राजमार्ग-927 के समीप डूंगरपुर
- राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप फलौदी से नागौर-तरनाउ, छोटी एवं राष्ट्रीय राजमार्ग-458 के समीप खाटू
- राष्ट्रीय राजमार्ग-752 के समीप कवई से छबड़ा एवं राष्ट्रीय राजमार्ग-46 के समीप सदा काॅलोनी
- साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए प्रदेश की वार्षिक योजना को बढ़ाकर 2 हजार 615 करोड़ 90 लाख रुपये किया गया है, जो कि वर्ष 2013-14 की 676 करोड़ रुपये की योजना से तीन गुना से भी अधिक है।
- सार्वजनिक निर्माण विभाग के लिए आगामी वर्ष में 5 हजार 690 करोड़ 11 लाख रुपये का प्रावधान प्रस्तावित है, जोकि वर्ष 2015-16 के संशोधित अनुमान से 21.90 प्रतिशत अधिक है।
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