Main Points of Rajasthan Startup Policy 2015 For upcoming RPSC exams
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राजस्थान स्टार्टअप नीति- 2015
मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने 9 अक्टूबर 2015 को सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित जयपुर एग्जीबिशन एण्ड कन्वेंशन सेन्टर में प्रदेश की पहली स्टार्टअप पाॅलिसी लाॅन्च की।
राजस्थान स्टार्टअप नीति-2015 की खास बातें
1.नये उद्यमियों, प्रारम्भ कम्पनियों व नवीन विचारों को प्रोत्साहित कर उन्हें मूर्त रूप देने के उद्देश्य से रीको द्वारा सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र, जयपुर में 'incubation Centre' का निर्माण किया गया है। इस सेन्टर में कोई भी व्यक्ति जिसके पास किसी भी तरह की परियाजना का विचार हो वो उस परिायाजना के वाणिज्यिक एवं तकनीकी संभाव्यता Technical and financial Feasibility पर कार्य करने के लिए इस सेन्टर में उपलब्ध संसाधनों से सहायता प्राप्त कर सकता है।
2.रीको द्वारा इस संदर्भ में Centre for Innovation, Incubation and Entrepreneurship Initiatives आईआईएम, अहमदाबाद से 17 जून, 2013 को 3 वर्ष के लिए एक एमओयू हस्ताक्षरित किया गया था। इस एमओयू में यह प्रावधान किया गया है कि रीको द्वारा इस सेंटर के लिए आधारभूत सुविधायें व आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी व CIIE इसके प्रबन्धन के लिए उत्तरदायी होगा। इस एमओयू में यह भी प्रावधान किया गया है कि रीको तथा CIIE द्वारा इन्क्यूबेटर के सुचारू रूप से संचालन के लिए कोष जुटाने हेतु संयुक्त रूप से प्रयास किये जायेंगे।
3.विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा रीको के इन्क्यूबेशन सेंटर के संचालन हेतु एक करोड निन्यानवे लाख तेरह हजार चार सौ इक्कीस रूपये की सहायता इस शर्त के साथ प्रदान की गयी कि रीको द्वारा इन्क्यूबेशन सेंटर की सुविधाओं को अगले 5 वर्ष के लिए भी उपलब्ध करवायेगा। इस शर्त की पालना में रीको द्वारा CIIE से नवीनीकरण एमओयू किया गया जिसके अनुसार एमओयू की अवधि दिनांक 17.6.2020 तक बढायी गयी।
राजस्थान स्टार्टअप नीति-2015 के उद्देश्य एवं फोकस:-
राजस्थान स्टार्टअप नीति-2015 प्रमुख रूप से स्टार्टअप, उद्यमशील विद्यार्थियों व संस्थानिक इन्क्यूवेशन सेंटर्स को उनके नवीन रचनात्मक विचारों को प्रोत्साहित कर उन्हें मूर्तरूप देने के उद्देश्य में सहायता के लिए बनायी गयी है।
राजस्थान स्टार्टअप नीति, 2015 के आगामी 5 वर्ष के प्रमुख उद्देश्य व फोकस क्षेत्र इस प्रकार हैं:-
प्रमुख उद्देश्य
1.50 इन्क्यूवेशन/इन्क्यूबेटर जैसे संगठनों की स्थापना।
2.500 नवीन स्टार्टअप्स को इन्क्यूबेट किया जाना।
3.1 लाख वर्गफुट इन्क्यूबेशन स्पेस का विकास।
4.इन्जिल एवं वेंचर केपिटल द्वारा स्टार्टअप्स के लिए 500 करोड रू. जुटाना।
5.राज्य में इनोवेशन आधारित संस्कृति का विकास।
फोकस क्षेत्र
1.सामाजिक एवं स्वच्छ तकनिकी-ग्रामीण बुनियादी सुविधायें एवं सेवायें, शिल्प, जल, सफाई, अक्षयउर्जा, हेल्थ केयर
2.मोबाईल एवं सूचना प्रोद्योगिकी एवं आॅन लाईन वित्तीय सेवायें
3.इन्टरनेट आफ थिंग्स इलेक्ट्रिोनिक्स एवं हार्डवेयर
4.परिधान, शिल्प, खनन एवं एसएमई निर्माण एवं सेवाओं के क्षेत्र में आईटी का उपयोग।
5.किसी भी क्षेत्र में अत्यधिक रचनात्मक विचार या तकनीक का प्रयोग
विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों/विश्वविद्यालयों में प्रचारित करने हेतु उच्च शिक्षा विभाग द्वारा एक अभिशंसात्मक परिपत्र जारी किया जाना प्रस्तावित है। कालान्तर जयपुर में राज्य विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग व रीको द्वारा मिलकर एक स्टार्टअप विलेज को विकसित किया जाना प्रस्तावित है। राजस्थान स्टार्टअप्स नीति-2015 के राज्य में क्रियान्वयन होने पर योजनान्तर्गत राज्य सरकार द्वारा अगले 5 वर्ष हेतु प्रतिवर्ष कुल रूपये 10.85 करोड का प्रावधान किया जाना प्रस्तावित है। केन्द्र सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता व अनुदान राशि इस नीति के तहत दिये जाने वाली सहायता के अतिरिक्त होगी।
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