Header Ads

Download Syllabus of RAS exam mains in Hindi pdf

Download Syllabus of RAS exam mains in Hindi pdf

Syllabus of RAS exam mains in Hindi

प्रश्न पत्र-प्रथम

समान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन

राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्परा एवं विरासत, राजस्थान के इतिहास की महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएंए प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक व राजस्व व्यवस्था, सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे, स्वतंत्रता आन्दोलन, जनजागरण व राजनीतिक एकीकरण, स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताएँ- किले एवं स्मारक, कलाएँ, चित्रकलाएँ और हस्तशिल्प, राजस्थानी साहित्य की महत्त्वपूर्ण कृतियाँ, क्षेत्रीय बोलिया,ँ मेले, त्यौहार, लोक संगीत एवं लोक नृत्य, राजस्थानी संस्कृति, परम्परा एवं विरासत, राजस्थान के धार्मिक आन्दोलन, संत एवं लोक देवता, महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल, राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।

भारत का इतिहास

प्राचीनकाल एवं मध्यकालः  प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के इतिहास की प्रमुख विशेषताएँ एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाए, कला, संस्कृति, साहित्य एवं स्थापत्य, प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक सामाजिक व आर्थिक व्यवस्था। सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे, प्रमुख आन्दोलन, प्राचीन भारतीय सांस्कृतिक व्यवस्था एवं आदर्श- वर्ण व्यवस्था, आश्रम व्यवस्था, संस्कार व्यवस्था, पुरुषार्थ, ऋण एवं ऋत का सिद्धांत,  धर्म/पंथ निरपेक्षता, धार्मिक सहिष्णुता एवं धार्मिक एकता

आधुनिक कालः आधुनिक भारत का इतिहास - लगभग 18वीं शताब्दी मध्य से वर्तमान तक - प्रमुख घटनाएँ, व्यक्तित्व एव ं मुद्दे, स्वतंत्रता संघर्ष एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन - इसके विभिन्न चरण व देश के विभिन्न भागों के प्रमुख योगदानकर्ता/योगदान, 19वीं एवं 20वीं शताब्दी में सामाजिक एवं धार्मिक सुधार आन्दोलन, स्वातंत्र्योत्तर काल में राष्ट्रीय एकीकरण एवं पुनर्गठन,

आधुनिक विश्व का इतिहास

पुनर्जागरण एवं सुधार, अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम, औद्योगिक क्रान्ति, फ्रांसीसी क्रान्ति एवं रूसी क्रान्ति,  एशिया एवं अफ्रीका में साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशवाद, प्रथम एवं द्वितीय विश्व-युद्ध, भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था एवं शासन

भारत का संविधान

ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएँ, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान एवं मूलभूत ढाँचा, भारतीय राजनीति के निर्धारक तत्व एवं प्रकृति, निर्वाचन एवं मतदान व्यवहार, गठबंधन सरकारें, संसदीय शासन व्यवस्था, संघीय गतिशीलता, न्यायिक पुनरावलोकन, राष्ट्रीय एकीकरण की चुनौतियाँ, राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था,  राजस्थान का प्रशासनिक ढाँचा और प्रशासनिक संस्कृति, विभिन्न अधिकार एवं नागरिक अधिकार पत्र।

अर्थशास्त्रीय अवधारणाएं व भारतीय अर्थव्यवस्था

लेखांकनः- वित्तीय विवरणों के विश्लेषण की विधियाँ, कार्यशील पूँजी का प्रबन्धन, अंकेक्षण - आशय, उद्देश्य, कपट एवं त्रुटियों की पड़ताल, आंतरिक नियंत्रण, सामाजिक अंकेक्षण, प्रोप्राइटी अंकेक्षण, कार्य निष्पादन अंकेक्षण, दक्षता अंकेक्षण, आय-व्ययक - बजटिंग के प्रकार, बजट पर नियंत्रण, उत्तरदायी लेखांकन, सामाजिक लेखांकन, घाटे के विभिन्न प्रकार- बजटीय, राजकोषीय एवं राजस्व घाटा, अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र - कृषि, उद्योग, सेवा एवं व्यापार - वर्तमान स्थिति, मुद्दे एवं पहल, बैंकिंग - वाणिज्यिक बैंकों के कार्य, गैर निष्पादित परिसम्पत्तियों का मुद्दा, वित्तीय समावेशन, प्रमुख आर्थिक समस्याएँ एवं संबद्ध राजकीय पहल, वृद्धि, विकास व आयोजन - मुद्दे, प्रवृत्तियाँ एवं पहलः तीव्र, समावेशी एवं सम्पोषणीय संवृद्धि, संवृद्धि के संकेतक, लोक वित्त, मौद्रिक नीतियाँ, मुद्रा स्फीति एवं नियंत्रण तंत्र, रेपो दर, रिवर्स रेपो दर, नकद आरक्षित अनुपात व सांविधिक तरलता अनुपात भारत में कर सुधार, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर सुधार, सब्सिडी -सब्सिडी के नकद हस्तान्तरण का मुद्दा, मुद्रा पूर्ति की अवधारणा एवं उच्च शक्ति मुद्रा,  खाद्य सुरक्षा एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली, विदेशी पूँजी की भूमिका - भारतीय अर्थव्यवस्था में बहुराष्ट्रीय कंपनियां, निवेश एवं विनिवेश नीतियाँ, भारतीय आर्थिक सुधारों की नवीन धाराएं, रिजर्व बैंक, सेबी एवं योजना आयोग की भूमिका एवं कार्य।

राजस्थान की अर्थव्यवस्था

राजस्थान की अर्थव्यवस्था का वृहद् परिदृश्य, कृषि, औद्योगिक एवं सेवा क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे, राजस्थान के विशेष संदर्भ में संवृद्वि, विकास एवं आयोजना, आधारभूत संरचना एवं संसाधन, राजस्थान की अर्थव्यवस्था की उच्च संवृद्धि दर के स्रोत, राजस्थान की मुख्य विकासात्मक परियोजनाएँ, राज्य के रूपान्तरण में लोक एवं निजी सहभागिता का प्रतिदर्श, राज्य का जनांकिकीय परिदृश्य और इसके प्रभाव।

विश्व एवं भारत का भूगोल

विश्व का भूगोल: प्रमुख भौतिक विशेषताएँ, पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय मुद्दे, वर्तमान भू-राजनीतिक संघर्ष क्षेत्र।
भारत का भूगोलः प्रमुख भौतिक विशेषताएँ एवं भू-भौतिकीय विभाजन, पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय मुद्दे, प्राकृतिक संसाधन, राजस्थान का भूगोल, मुख्य भौगोलिक क्षेत्र, प्राकृतिक वनस्पति, पशु सम्पदा, वन्य-जीव एवं इनका संरक्षण, कृषि-जलवायु क्षेत्र, धात्विक तथा अधात्विक खनिज, ऊर्जा के संसाधन-परम्परागत एवं गैर-परम्परागत, जनसंख्या एवं जनजातियाँ।

प्रश्न पत्र - द्वितीय

समान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन, तार्किक विवेचन एवं मानसिक योग्यता, तार्किक दक्षता (निगमनात्मक, आगमनात्मक, अपवर्तनात्मक)

कथन एवं मान्यताएं, कथन एवं तर्क, कथन एवं निष्कर्ष, कथन-कार्यवाही, विश्लेषणात्मक तर्कक्षमता।

मानसिक योग्यता:- संख्या श्रेणी, अक्षर श्रेणी, बेमेल छांटना, कूटवाचन (कोडिंग-डीकोडिंग), संबंधों, आकृतियों एवं उनके उपविभाजन से जुडी समस्याएँ, वेन आरेख।

आधारभूत संख्यात्मक दक्षता (गणितीय एवं सांख्यकीय विश्लेषण का प्रारम्भिक ज्ञान) 

संख्या पद्धति, संख्या से जुडी समस्याएँ व परिमाण की कोटि, अनुपात तथा समानुपात, मिश्र अनुपात, प्रतिशत, औसत, महत्तम समापवर्तक (म.स.प.), लघुत्तम समापवर्तक (ल.स.प.), वर्गमूल, घनमूल, समय तथा कार्य, समय, चाल एवं दूरी, साधारण एवं चक्रवृद्धि ब्याज, समतलीय ज्यामितीय, आकृतियों का क्षेत्रफल और परिमाप, आंकडों का विश्लेषण (सारणी, दण्ड-आरेख, रेखाचित्र, पाई-चार्ट) एवं वर्गीकृत आंकडों की व्याख्या, सैम्पलिंग, प्रायिकता, सरल रेखीय प्रतिगमन तथा सहसंबंध, आधारी बंटन (द्विपद, प्वायसन तथा प्रसामान्य)।

सामान्य विज्ञान व प्रौद्योगिकी

सामान्य एवं दैनिक विज्ञानः - भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान तथा जीव-विज्ञान के आधारभूत तत्व।  कम्प्यूटर की प्रारम्भिक जानकारी एवं सूचना प्रौद्योगिकी का प्रशासन में उपयोग, ई-शासन, ई-काॅमर्स.  आहार एवं पोषण, स्वास्थ्य देखभाल, पर्यावरण से संबंधित सामान्य मुद्दे, पारिस्थितिकीय परिरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण, वन्य-जीव एवं जैव-विविधता, भारत के विशेष स ंदर्भ में विज्ञान एवं प्रा ैद्या ेगिकी के विकास में वैज्ञानिकों का योगदान, भारत के विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का महत्व।

महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकीय अवधारणायें तथा प्रगति:-

  • सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी
  • अन्तरिक्ष प्रौद्योगिकी एवं रोबोटिक्स
  • विधि-विज्ञान प्रौद्योगिकी
  • आहार एवं पोषण प्रौद्योगिकी
  • नैनो प्रौद्योगिकी
  • जैव प्रौद्योगिकी
  • रक्षा प्रौद्योगिकी
  • अन्य आधुनिक प्रौद्योगिकियाँ व खोज
  • बौद्धिक सम्पदा अधिकार से संबद्ध प्रौद्योगिकीय मुद्दे
राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि-विज्ञान, उद्यान-विज्ञान, वानिकी, डेयरी एवं पशुपालन, राजस्थान की विभिन्न वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकीय परियोजनाएं,
प्रश्न पत्र तृतीय

समान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन

समसामयिक घटनाएंः राजस्थान राज्यस्तरीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की प्रमुख समसामयिक घटनाएं एवं मुद्दे, वर्तमान में चर्चित व्यक्ति एवं स्थान, खेल एवं खेलकूद संबंधी गतिविधियां, वैश्विक परिदृश्य एवं भारत, वैश्विक परिदृश्य में भारत, भारतीय समाज व अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले वर्तमान वैश्विक परिवर्तन, उत्तर शीतयुद्ध कालीन उभरती विश्व व्यवस्थाएं, संयुक्त राष्ट्रसंघ व अन्य वैश्विक संगठनों की भूमिका और उनके प्रभाव, विकासशील, उदीयमान एवं विकसित देशों की तुलनात्मक स्थिति, विकासशील देशों की समस्याएं, युद्ध एवं संघातक हथियारों का भय, नाभिकीय शक्ति के खतरे।
वैश्विक आर्थिक मुद्दे एवं प्रवृत्तियाँः- आर्थिक असंतुलन के मुद्दे, विश्व बैंक, अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व व्यापार संगठन व अन्य महत्वपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों की वैश्विक अर्थव्यवस्था में भूमिका, वैश्वीकरण, निजीकरण एवं उदारीकरण के प्रभाव
अन्तर्राष्ट्रीय संबंध व कूटनीतिः- अन्तर्राष्ट्रीय संबंध एवं भारतीय विदेश नीति, अन्तर्राष्ट्रीय सन्धियाँ एवं सम्मेलन, पड़ोसी देशों का भू-राजनीतिक एवं सामरिक विकास और इसका भारत पर प्रभाव

वर्तमान संवेदनशील मुद्दे

राष्ट्रीय एकता व सुरक्षा सम्बन्धी मुद्दे:-भारतीय राज्यों में पारस्परिक एवं आन्तरिक सामाजिक राजनैतिक द्वन्द्व के संभाव्य क्षेत्र, परम्परागत, समकालीन एवं आसन्न संकट, आन्तरिक एवं बाह्य संकट, संघर्ष के संकट, नक्सल समस्या, आतंकवाद, सीमा पार से घुसपैठ और अलगाववाद के मुद्दे, सांप्रदायिकता, संगठित अपराध, साइबर (संतांत्रिक) मुद्दे, मादक द्रव्यों की तस्करी एवं ऐसे अन्य मुद्दे।
शासकीय मुद्देः-संवृद्धि एवं समावेषी विकास, वर्तमान सामाजिक चुनौतियाँ, भारत एवं राजस्थान में युवाओं, महिलाओं, बच्चों, वृद्धजन, अल्पसंख्यकों, कमजोर वर्ग, जनजातीय वर्गों, किसानों, श्रमिकों तथा व्यवसायियों से जुड़े मुद्दे, लैंगिक समानता, महिला सशक्तीकरण, मानवाधिकार, सामाजिक न्याय, भूमि अधिग्रहण, शहरीकरण के सम्बंध में चुनौतियाँ, जनांकिकीय असंतुलन, क्षेत्रीय असंतुलन व सामाजिक संघर्ष, दबाव समूह व संगठनात्मक विकास-स्वयंसेवी संगठना ें, सिविल सोसाइटी, क्रियाषील समूह, स्वयं सहायता समूह, उत्पादक-संघ, उपभोक्ता मंच व सहकारी समूहों की भूमिका, राजस्थान के विकास की संभावनाएं, संसाधन एवं योजनाएँ, राजस्थान के विशेष संदर्भ में विकास से संबधित महत्वपूर्ण मुद्दे, राजस्थान की आधारभूत संरचना एवं संसाधन- वर्तमान स्थिति, मुद्दे और पहल
राजस्थान के विभिन्न राष्ट्रीय मिशन, परियोजनाएँ एवं योजनाएँ-उद्देश्य एवं प्रभाव।

सामान्य एवं प्रशासनिक प्रबन्धन

प्रबन्धन, प्रशासन व लोक प्रबन्धनः- अर्थ, प्रकृति और महत्व, प्रबन्धन एवं कार्य-नेतृत्व के सिद्धान्त, प्रबन्धन के कार्य, आयोजना, संगठन, स्टाफिंग, समन्वय, निर्देषन, अभिप्रेरणा, सम्प्रेषण एवं नियंत्रण, शक्ति एवं सत्ता की अवधारणा, उत्तरदायित्व एवं प्रत्यायोजन, कारपोरेट शासन और कारपोरेट सामाजिक दायित्व।

लोक प्रबन्धन के नये आयाम, परिवर्तन का प्रबन्धन

प्रशासनिक नीति शास्त्र, नीति शास्त्र एवं मानवीय अन्तर्सम्बन्ध- मानवीय क्रियाओं में नीति शास्त्र की अवधारणा, उसके निर्धारक और परिणाम, नीति शास्त्र के आयाम, निजी व सार्वजनिक संबंधों में नीति शास्त्र की भूमिका, सिविल सेवाओं की दक्षता एवं उनके आधारभूत मूल्य - लोक सेवा के प्रति ईमानदारी, तटस्थता, असंलग्नता, वस्तुनिष्ठता एवं समर्पण, अशक्त वर्ग के प्रति समानुभूति, सहिष्णुता और सहानुभूति

भावनात्मक बुद्धिलब्धि - अवधारणाएँ एवं प्रशासन तथा शासन में उनकी उपयोगिता एवं अनुप्रयोग,  शासन तथा लोक प्रशासन में नैतिक मूल्यों का सशक्तीकरण।


चतुर्थ प्रश्नपत्र -भाषागत ज्ञान (हिन्दी एवं अंग्रेजी)

सामान्य हिन्दी (राजस्थानी सहित)

भाग ‘‘अ’’ अंक - 30

संधि एवं संधिविच्छेद - दिए हुए शब्दों में संधि करना और संधि-विच्छेद करना।

उपसर्ग -उपसर्गों का सामान्य ज्ञान और उनके संयोग से शब्दों की संरचना और शब्दों में विद्यमान उपसर्गों को पृथक् करना।

प्रत्यय - प्रत्ययों का सामान्य ज्ञान और उनके संयोग से शब्दों की संरचना और शब्दों में विद्यमान प्रत्ययों का े पृथक् करना।

शब्द-युग्मों का अर्थभेद

एक वाक्यांश के लिए एक सार्थक शब्द

वाक्य-शुद्धि - विभिन्न व्याकरणिक अशुद्धियों वाले वाक्य को शुद्ध करना।

मुहावरे व अनुप्रयोग

पारिभाषिक-शब्दावली - प्रशासन से सम्बन्धित अंग्रेजी शब्दों के समानार्थक हिन्दी शब्द।

भाग ‘‘ब’’
अंक - 30

संक्षिप्तीकरण - गद्यावतरण का उचित शीर्षक एवं एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण

(गद्यावतरण की शब्द - सीमा 150 शब्द एवं संक्षिप्तीकरण लगभग 50 शब्दों में होना चाहिए)

वृद्धीकरण - किसी सूक्ति, प्रसिद्ध कथन आदि का भाव विस्तार। (शब्द-सीमा 150 शब्द)

पत्र-लेखन एवं प्रारूप - कार्यालयी पत्र, निविदा, परिपत्र और अधिसूचना।

भाग ‘‘स’’

अंक - 40

किसी समसामयिक एवं अन्य विषय पर निबंध-लेखन (शब्द - सीमा 500 शब्द)

नोट - पाँच विकल्पों में से किसी एक विषय पर निबंध लेखन।

राजस्थानी साहित्य एवं बोलियाँ

कुल अंक - 20

खण्ड-क (कुल अंक - 10)

राजस्थानी साहित्य का उद्भव एवं विकास

राजस्थान की विविध बोलियाँ एवं प्रचलन क्षेत्र

राजस्थानी कहावतों/मुहावरों का हिन्दी अर्थ

राजस्थानी शब्दों के हिन्दी समानार्थक शब्द

राजस्थानी पद्य का हिन्दी अनुवाद

खण्ड -ख (कुल अंक- 10)
इस भाग में राजस्थानी साहित्य के प्रमुख रचनाकारों एवं उनकी रचनाओं से संबंधित एवं लोक साहित्य की विधाओं से संबंधित परिचयात्मक प्रश्न पूछे जाएंगे।
1. एक सामान्य परिचयात्मक प्रश्न राजस्थानी काव्य/लोकगीतों से संबंधित होगा।
2. एक सामान्य परिचयात्मक प्रश्न राजस्थानी गद्य की विविध विधाओं/लोक-कथा/लोक-गाथा से संबंधित होगा।

English GRAMMAR

Articles, Preposition, Change of Voice, Change of Narration, Determiners, Tenses, Modals, Synonyms & Antonyms, Phrasal Verbs & Idioms, One word substitute

(Part-B) 20 MARKS COMPREHENSION AND TRANSLATION

Translation of five sentences (Hindi to English)

Comprehension of unseen passage (250 words approx.) 

followed by 5 questions.

Note : Question No. 5 should preferably be on vocabulary
(Part-C)

COMPOSITION

Paragraph Writing (200 Words approx.)
(Any one out of 3 topics)

Letter Writing / Report Writing: (150 Words approx.)

OR
सभी नोट्स डाउनलोड करने के लिये क्लिक करें:
Powered by Blogger.